13 वर्षों का सोपान, सपनों की ऊंची उड़ान

0

अपनी बात मध्य स्वर्णिम: ऋषिकांत सिंह (रजत) परिहार (मो.9425002527)
मां भारती के सच्चे सपूत स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि ‘खुली आंखों से सपने देखो, क्यों वहीं सपने आपको दिन-रत काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। आज से 13 वर्ष पहले 2013 में दैनिक मध्य स्वर्णिम ने जो खुली आंखों से सपने देखे थे वह साकार हो रहे हैं और हमे दिन-रात मेहनत करके हमारे लक्ष्य तक पहुंचने के लिए लगातार प्रेरित किया। इसलिए इन 13 वर्षों के सफर में हमने पत्रकारिता का धर्म निभाते हुए समाज और सरकार के बीच में सेतु का क्राम किया तो वहीं खरी-खरी खबरें लिखकर सरकार को चेताया भी है। इतना ही नहीं कई बार तो सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ ख़बरें प्रकाशित करने का भारी नुकसान भी हुआ है तो कई बार हमारी खबरों से सरकार को प्रेरणा भी मिली है। लेकिन फिर भी हमने इन 13 वर्षों में पत्रकारिता का शुद्ध अंतर्मन से पालन किया और अपने सुधि पाठकों का विश्वास बनाये रखने के लिए तथ्य परख खोजी खबरे पहुंचाने का भरसक प्रयास किया है। इसलिए आज 13 वर्षों के कठिन परिश्रम के बाद दैनिक मध्य स्वर्णिम अपने परिवार का विस्तार करते हुए 3 नवीन संस्करणों का प्रकाशन कर रहा है। जो बावा गहाकाल की नगरी उज्जैन, खजराना के प्रसिद्ध गणेश मंदिर इंदौर और मां जीवन दायिनी नर्मदा के नर्मदापुरम संस्करण प्रकाशित हो रहे हैं। इसके अलावा डिजिटल क्री जनक्रांति में सोशल मीडिया पर हमारे यूट्यूब चैनल MS NEWS पर प्रतिदिन जनसरोकार से जुड़ी हुई खबरों के प्रकाशन का सिलसिला जारी है। आज आपसे यह बात साझा करते हुए हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि दैनिक मध्य स्वर्णिम ने अपनी शुरुआत भोपाल संस्करण के रूप में 8 अक्टूबर 2013 से प्रारंभ की थी। इन 13 वर्षों में अखबार के प्रकाशन में वैसे तो कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, कई बार लड़खड़ाए लेकिन फिर भी अखबार का प्रकाशन बंद नहीं होने दिया। ऐसे में अब उत्तम सेवा धाम आश्रम सलकनपुर में तीन नत्रीन संस्करणों का लोकार्पण गहा मंडलेश्वर उत्तम स्वामी जी, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों संपन्न होने जा रहा है। जिसके साक्षी मोहन कैबिनेट के कई सदस्य बनेंगे। लेकिन दैनिक मध्य स्वर्णिम के कदम अभी यहां थमेंगे नहीं, क्योंकि जनवरी 2026 में देश की राजधानी नई दिल्ली और छत्तीसगढ़ के रायपुर से भी मध्य स्वर्णिम के नए आगाज करने की पूरी तैयारी है। जिसके बाद मध्यप्रदेश से जुड़ी हुई प्रशासनिक, राजनैतिक के साथ ही जनहि‌तैषी खबरें नई दिल्ली और रायपुर के पाठक भी पड़ेंगे। कई ऐसी खबरों को संज्ञान में पीआईबी और केंद्र सरकार लेंगी. जो केवल मध्यप्रदेश तक सीमित रह जार्ता हैं। केंद्र में सेवाएं दे रहे मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों के संज्ञान में एमर्या से जुड़ी जानकारी और उनके केंद्र में पदस्थ होने का लाभ मध्यप्रदेश को अधिक से अधिक मिल सके, इस दिशा में मध्य स्वर्णिम नए वर्ष 2026 में पूरी ईमानदारी के साथ कार्य प्रारंभ करेगा। हालांकि इसमें कई चुनौतियां भी सामने आएगी. लेकिन हमे हरिवंश राय बच्चन की वह कविता याद आ जाती है जिसमें उन्होंने लिखा है कि-

‘असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।’