पटना (मध्य स्वर्णिम): लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान विधानसभा चुनाव में सभी जिलों में कम से कम एक सीट पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं। इस विषय पर मंगलवार को पार्टी के प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठक में जोरदार चर्चा हुई। इसकी पुष्टि करते हुए प्रदेश संसदीय बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि चिराग पासवान अपनी पार्टी के तरफ से हर जिले में कम से कम एक सीट पर उम्मीदवार देना चाहते हैं और अपनी इस मंशा से एनडीए के शीर्ष नेताओं को अवगत करा दिया है। संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी जिले में उन सीटों को चिह्नित किया गया, जिन सीटों पर लोजपा (रामविलास) की सबसे मजबूत स्थिति है और पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। बैठक में यह भी तय हुआ कि सभी 243 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करने के लिए लोजपा (रामविलास) मजबूती काम करेगी । बैठक में संभावित उम्मीदवारों और विधानसभा क्षेत्रों का चयन कर उसकी सूची को अंतिम रूप देने और उसे केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपने हेतु हुलास पाण्डेय को अधिकृत किया गया।
दो-तीन दिनों में जारी हो जाएगा हम का घोषणापत्र:
दूसरी ओर, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का घोषणापत्र अगले दो से तीन दिनों में जारी हो जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष सुमन ने बताया कि पार्टी के घोषणापत्र को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके बाद इसका प्रकाशन कर क्षेत्र में जनता के बीच इसका वितरण भी होगा। पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने बताया कि घोषणापत्र बनाने के लिए कमेटी का गठन किया गया है, जो इसे अंतिम रूप दे रही है। इसमें मुख्य रूप से सभी के लिए समान शिक्षा नीति लागू करने, किसानों को पटवन के लिए मुफ्त बिजली देने, गरीबों को दी गई बासगीत पर्चा के आधार पर मीन पर कब्जा दिलाने और राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह और पवर्तपुरुष दशरथ मांझी को भारत रत्न दिए जाने आदि का जिक्र घोषणापत्र में किया गया है।
पीके के करप्शन के आरोपों पर गरमाई राजनीति:
बिहार में जल्द ही होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जंगलराज बनाम विकास के नेरेटिव की जंग के बीच अब करप्शन का मुद्दा भी राजनीति को गरमाए हुए है। जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सहित सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं पर कई आरोप लगाए हैं। वे लगातार इन आरोपों को दोहरा रहे हैं तो अब सत्तारूढ़ गठबंधन के लोग भी इन आरोपों को लेकर सवाल पूछने लगे हैं। जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर हत्या और करप्शन का आरोप लगाया है तो जेडीयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी पर भी 200 करोड़ की बेनामी संपत्ति का आरोप लगाया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे पर दिलीप जायसवाल से पैसे लेकर फ्लैट खरीदने का आरोप जड़ा है तो उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर फर्जी डिग्री का आरोप लगाया है। प्रशांत किशोर जिस अग्रेसिव तरीके से लगातार इन आरोपों को उठा रहे हैं और इन पर जवाब मांग रहे हैं उससे राज्य की राजनीति में जंगलराज बनाम विकास की जगह अभी सबसे ज्यादा चर्चा इसी पर होने लगी है।