मानसून ने कहा अलविदा ठंड का इन्तजार

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भोपाल: प्रदेश से मानसून आधिकारिक रूप से विदा हो चुका है। इस साल मानसून 16 जून को सक्रिय हुआ था और 13 अक्टूबर को विदाई ली, यानी करीब 3 महीने 28 दिन तक सक्रिय रहा। इसके बावजूद राज्य के कई हिस्सों में छिटपुट बारिश जारी है। इस बार मानसून की हैप्पी एंडिंग रही। भोपाल और ग्वालियर समेत 30 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश गुना जिले में 65.7 इंच हुई, जबकि श्योपुर में 216 प्रतिशत बारिश का रिकॉर्ड बना। वहीं, शाजापुर जिले में सबसे कम 28.9 इंच (81 प्रतिशत) वर्षा हुई, जिसे बारिश की भारी कमी की श्रेणी में रखा गया है। मौसम विभाग का कहना है कि इस साल नवंबर से ठंड का दौर तेज़ी से शुरू होगा, जो जनवरी तक जारी रहेगा। इस बार फरवरी तक भी ठंड का असर रहने की संभावना है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2010 के बाद यह सर्दी सबसे कड़ाके की हो सकती है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा सक्रिय रहेंगे और सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। आईएमडी ने भी ‘ला-नीना’ परिस्थितियों के विकसित होने की पुष्टि की है। गुरुवार को भोपाल में बादलों ने डेरा डाले रखा, जिससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राजधानी में अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस रहा। इंदौर में 32, उज्जैन में 34, ग्वालियर में 33.8 और जबलपुर में 31.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। राज्य के कई जिलों बैतूल, गुना, खंडवा, शिवपुरी, दमोह, रीवा, सतना, सीधी और उमरिया में भी दिन का तापमान सामान्य से कम रहा।