किडनी खराब होने से नागपुर में नौ बच्चे भर्ती, सीएम ने दिए मुफ्त इलाज के निर्देश

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भोपाल (मध्य स्वर्णिम): मध्य प्रदेश में दूषित कोल्ड्रिफ सिरप के कारण किडनी संक्रमण से ग्रस्त कुल 9 बच्चे नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें छिंदवाड़ा के 7 और बैतूल के 2 बच्चे शामिल हैं। सभी बच्चों का इलाज जारी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी बच्चों के उपचार का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा। वहन करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने नागपुर के अस्पतालों में बच्चों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्यपालिक दंडाधिकारी और डॉक्टरों की संयुक्त टीम तैनात की है। यह टीम लगातार अस्पतालों और प्रभावित परिवारों से संपर्क में रहकर बच्चों की स्थिति पर नजर रख रही है।

प्रतिबंधित कफ सिरप रेस्पिफ्रेस डी और ANF की 80 बॉटल्स की जब्त:
छिंदवाड़ा में कफ सिरप के कारण बच्चों की मौतों के बाद अब प्रशासन की नींद खुली है। भोपाल के दवा बाजार में मंगलवार को फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन की टीम ने छापेमारी की है। सरकार ने जिन दो कफ सिरप रेस्पिफेस डी और एएनएफ कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया है। FDA की टीम ने दवा दुकानों पर पहुंचकर इन कफ सिरप की बोतलें खोजकर जब्त कीं। FDA की टीम ने सैंपल के लिए 10 बोतल को सील किया और बाकी 80 बोतल को भी जब्त कर लिया। कफ सिरप री लाइफ और रेस्पिफेस टीआर में खतरनाक केमिक डायएथिलीन ग्लाइकॉल की अधिक मात्रा पाई मिली थी। FDA टीम ने मौके से 10 बोतलों को सैंपल जांच के लिए सील किया है, जबकि बाकी 80 बोतलें जब्त कर ली गई हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रतिबंधित कफ सिरप री-लाइफ और रेस्पिफेस टीआर में यह खतरनाक केमिकल पाया गया है।

बैतूल में दो मौत के बाद अब हर्ष लड़ रहा जिंदगी की जंग:
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में कफ सिरप पीने से दो बच्चों की मौत के बाद अब एक और बच्चा जिंदगी की जंग लड़ रहा है। तीसरे बच्चे की किडनी पूरी तरह फेल हो गई हैं। वह इस समय नागपुर मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं के सेवन से बच्चे की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। पहले दो मामले बैतूल जिले के ही थे, जहां निहाल धुर्वे (2 वर्ष) और गर्मित धुर्वे (2 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दोनों का इलाज छिंदवाड़ा जिले के परासिया स्थित डॉक्टर प्रवीण सोनी द्वारा किया गया था। परिवारों का कहना है कि डॉक्टर ने कोल्ड्रिफ सिरप सहित अन्य दवाएं दी थीं, जिन्हें लेने के बाद बच्चों की तबीयत और बिगड़ गई। अब बैतूल के टिकाबरी गांव में रहने वाले हर्ष यदुवंशी नामक बच्चे की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि उसका इलाज भी परासिया के डॉक्टर अमित ठाकुर के क्लीनिक में हुआ था।

दवा पीने के बाद बढ़ गई परेशानी:
हर्ष के चाचा श्याम यदुवंशी ने बताया कि एक अक्तूबर को हम हर्ष को डॉक्टर अमित ठाकुर के पास ले गए थे। डॉक्टर ने जो दवाइयां दीं, उन्हें देने के कुछ ही घंटों बाद बच्चे की तबीयत और खराब हो गई। उसे बैतूल ले गए, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने भर्ती नहीं किया। इसके बाद नागपुर ले जाना पड़ा। वहीं, हर्ष के दादा देवा यदुवंशी का कहना है की डॉक्टर प्रवीण सोनी और अमित ठाकुर दोनों ने ही बच्चे को कोल्डड्रिफ सिरप दिया था, जिसके बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ी।