नक्सलवाद को लेकर मिली बड़ी सफलता

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रायपुर (मध्य स्वर्णिम): छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को लेकर बड़ी सफलता मिली है। प्रदेश के दंतेवाड़ा जिले में एक साथ 71 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। 71 माओवादियों का एक साथ सरेंडर करना नक्सल विरोधी अभियान के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत आज कुल 71 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से 30 नक्सली इनामी हैं, जिन पर कुल 64 लाख रुपये का इनाम घोषित था। सभी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। हथियार डालने वाले 71 माओवादियों में 30 नक्सलियों पर 64 लाख रुपये का इनाम घोषित था। नक्सल अभियान के तहत इसे बड़ी सफलता माना जा रहा है। वहीं नक्सलियों ने भी कहा कि वे नक्सलवाद से तंग आ चुके हैं, इसलिए हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में लौटे हैं।

नक्सलियों की धीरे-धीरे टूट रही कमर:
छत्तीसगढ़ में नक्सल संगठन को फिर बड़ा झटका लगा है। 71 माओवादियों ने एक साथ सरेंडर कर दिया है। वहीं सुरक्षाबलों की तरफ से लगातार चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में कई बड़े नक्सल लीडर एनकाउंटर में ढेर हो रहे हैं। बड़े नक्सलियों की तरफ से कई बार समझौते को लेकर भी सरकार से अपील की गई है लेकिन सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं होने के बाद अब नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं।

पहलगाम हमले में मिली बड़ी सफलता:
जम्मू-कश्मीर पुलिस को 22 अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच एक बहुत बड़ी कामयाबी हासिल हुई। पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की मदद की थी। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। तब पाकिस्तान से आए आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी थी। इसमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस घटना की जांच एनआईए कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक व्यक्ति की पहचान दक्षिण कश्मीर के मो. यूसुफ कटारिया के रूप में हुई है। पहलगाम आतंकी हमले की जांच में ओवर ग्राउंड वर्कर्स की भूमिका की बात कही गई थी।सूत्रों से मिली जानकारी में कहा गया है कि पकड़ा गया शख्स लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है।