गरबा पंडालों में बिना पहचान पत्र एंट्री पर लगा बैन

0

भोपाल (मध्य स्वर्णिम): शारदीय नवरात्रि की शुरूआत के साथ ही दुर्गा उत्सव पर्व 2025 में जिले में गरबा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो गया है। इस पर जिला प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। गरबा, डांडिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं। साथ समितियों के इसके अनुसार प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन की तरफ जारी निर्देश के अनुसार गरबा, डांडिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने वाली समिति किसी भी व्यक्ति को उनके बगैर आईडी और बिना वेरिफिकेशन के कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं देगी। साथ ही आयोजन समिति कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी कैमरा जरूर लगाए। पंडालों में फायर सेफ्टी के पूरे इंतजाम हो। गरबा पंडालों और कार्यक्रम स्थलों पर आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था रखना अनिवार्य होगा। वहीं, कोई व्यक्ति कार्यक्रम स्थल तक आपत्तिजनक वस्तु और धारदार हथियार लेकर नहीं जाए। कार्यक्रम आयोजन समिति बिजली सुरक्षा से संबंधित समस्त कार्य पहले से सुनिश्चित करें। साथ ही इसका सर्टिफिकेट भी विद्युत विभाग से लेना सुनिश्चित करें। कलेक्टर के तरफ जारी आदेश की अनदेखी करने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। रबा पंडालों को लेकर कलेक्टर के आदेश के बाद सियासी जंग छिड़ गई है। बीजेपी और कांग्रेस इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं। बीजेपी ने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगाने की मांग की है, जबकि कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।

गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं का प्रवेश नहीं होना चाहिए। गरबा सनातन संस्कृति की पहचान है और इसमें गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित किया जाना चाहिए।
रामेश्वर शर्मा विधायक, हुजूर

बीजेपी हर त्योहार से पहले जानबूझकर विवाद खड़ा करती है। गरबा आयोजन समिति अगर किसी को आमंत्रित करती है तो इसमें किसी और को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील है कि वे गरबा पंडालों में जाने से परहेज करें ताकि किसी तरह का विवाद न हो।
आरिफ मसूद विधायक,कांग्रेस