नई दिल्ली (मध्य स्वर्णिम): दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में बुधवार को जीएसटी काउंसिल की महाबैठक चली, जो रात 8 बजे खत्म हुई। मीटिंग सुबह 11 बजे शुरू हुई थी। यानी मीटिंग 10 घंटे तक चली। मीटिंग में 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दोहरे जीएसटी स्लैब को मंजूरी दी गई। साथ ही, काउंसिल ने 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के स्लैब को पूरी तरह हटा दिया। अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, जीएसटी काउंसिल ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर (GoM) की सभी सिफारिशों पर मुहर लगा दी। साथ ही सभी राज्यों ने सर्वसम्मति से प्रस्तावों पर सहमति जताई। यह मीटिंग कारोबारियों और आम जनता के लिहाज से अहम मानी जा रही है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस मीटिंग के लिए केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक में भी नहीं गईं। वित्त मंत्री की अध्यक्षता में चल रही दो दिवसीय मीटिंग गुरुवार, 2 सितंबर तक चलेगी। काउंसिल ने टैक्स स्लैब की संरचना को सरल बनाने पर सहमति जताई। 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत वाले स्लैब को पूरी तरह हटा दिया गया। अब सिर्फ दो ही मुख्य स्लैब रहेंगे- 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। इसमें 12 प्रतिशत वाले करीब 90 प्रतिशत आइटम को 5 प्रतिशत में और 28 प्रतिशत वाले ज्यादातर सामान को 18 प्रतिशत में शिफ्ट कर दिया गया है। हालांकि, सिन गुड्स (जैसे पान मसाला, तंबाकू) और लग्जरी कारों पर 40 प्रतिशत का नया स्लैब प्रस्तावित किया गया है। बैठक में विपक्षी राज्यों के वित्त मंत्रियों ने मुआवजे का मुद्दा उठाया।