विश्लेषण (मध्य स्वर्णिम भोपाल): प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी घोषित होने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने जो टीम घोषित की है उसमें कहीं न कहीं प्रदेश के वरिष्ठ नेतृत्व को दरकिनार किया गया है। जिसकी वजह से पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ सकता है। राजनीतिक पंडितों की माने तो भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में संघ और संगठन के नामों को तरजीह दी गई है। गुरूवार को जारी हुई प्रदेश कार्यकारिणी में फिलहाल 25 लोगों को लिया गया है। कार्यकारिणी में 9 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री और 9 मंत्री बनाए गए हैं। जबकि वीडी शर्मा की टीम में 14 उपाध्यक्ष, 5 महामंत्री और 13 मंत्री बनाए गए थे। जानकारी के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को राष्ट्रीय नेतृत्व से 10 उपाध्यक्ष ,5 महामंत्री और 10 मंत्री बनाए जाने की स्वीकृति मिली है। इसके अनुसार अभी सभी केटेगरी में 1-1 पद खाली रखा गया है। यदि भविष्य में विरोध बढ़ता है तो वरिष्ठों को साधने के लिए उनकी पसंद के चेहरों को भी कार्यकारिणी में सेट किया जा सकता है।
इन मंत्रियों को नहीं मिली तवज्जो:
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्रियों के नामों को बिलकुल भी तवज्जों नहीं मिला है। जिनमें प्रदेश सरकार के सबसे प्रभावी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को एक भी नाम नहीं है। इतना ही नहीं इंदौर से प्रदेश महामंत्री बनाए गए गौरव रणदीवे को कैलाश विजयवर्गीय का घोर विरोधी माना जाता है। वहीं इस कार्यकारिणी में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा, मंत्री प्रहलाद पटेल, वरिष्ठ विधायक भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव, जैसे कद्दावर नेताओं को भी संगठन ने साइडलाइन किया है। इस वजह से संगठन में भी कहीं न कहीं अंतर्विरोध की स्थिति बनी हुई है।
गठन के बाद प्रदेश कार्यालाय में छाया रहा सन्नाटा:
प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा के बाद भी शुक्रवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल कार्यालय में मौजूद रहे और कार्यालय आने वाले लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे। लेकिन नई कार्यकारिणी के पदाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं रहे। जिसकी वजह से सन्नाटा पसरा रहा।
संगठन में इन नए चेहरों को मिला स्थान:
सीएम मोहन यादव के कोटे से प्रभुलाल जाटव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से प्रभुराम चौधरी,क्षितिज भट्ट, शिवराज ङ्क्षसह चौहान के कोटे से बबीता परमार, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र ङ्क्षसह तोमर के कोटे से अर्चना सिंह, संगठन मंहामंत्री हितानंद शर्मा के कोटे से सुरेंद्र शर्मा को स्थान दिया गया है। इनके अलावा मनीषा सिंह, नंदिता पाठक,निशांत खरे,संगीता सोनी, श्याम महाजन, पवन पाटीदार ,भगवान सिंह परमार,जयपाल चावड़ा,पंकज टेकाम जैसे नए चेहरों को पहली बार प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान मिला है।
इन चेहरों पर फिर से जताया भरोसा:
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में पूर्व प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। राहुल कोठारी को प्रदेश मंत्री से महामंत्री, रजनीश अग्रवाल को पुन: प्रदेश मंत्री, लोकेंद्र पाराशर आशीष अग्रवाल ,सुमेर सिंह सोलंकी,कांतदेव सिंह जयदीप पटेल अखिलेश जैन को पुन: टीम में लिया गया है।




