खबर अंदर की: ऋषिकांत सिंह (रजत) परिहार (मो. 09425002527)
मध्यप्रदेश के भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों की तीसरी और अंतिम तबादला सूची जल्दी जारी होने वाली है। जिसमें 6 से अधिक जिलों के कलेक्टर को बदलने की तैयारी है। जिस पर मुख्य सचिव अनुराग जैन ने होमवर्क करके अंतिम निर्णय के लिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के पास भेज दिया है। अगर सब कुछ सही रहा और सूची में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया तो दहशरे तक आईएएस अधिकारियों की अंतिम तवादला सूची जारी हो जाएंगी। जिसमें दो साल या उससे अधिक समय तक जिलों में पदस्थ कलेक्टर को बदला जाना तय है। साथ ही जिन कलेक्टरों की मैदानी पदस्थापना में ‘मोहन सरकार’ पर उंगलियां उठी है और जिनका परफॉर्मेंस ठीक है ऐसे आईएएस अधिकारी भी शामिल है। हालांकि मुख्य सचिव का जिलों में पदस्थापना को लेकर डायरेक्ट आईएएस पर विशेष फोकस रहता है। अभी तक इसके पहले जो आईएएस की तबादला सूची आई है, उसमें मैदानी पदस्थापना में मुख्य सचिव अनुराग जैन ने डायरेक्ट आईएएस को प्राथमिकता में रखते हुए पदस्थ किया है। जिससे जरूर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव असहज थे। लेकिन मुख्य सचिव का मानना है कि प्रदेश के टॉप 15 जिलों में कलेक्टर और एसपी सीधी भर्ती वाले ही पदस्थ होना चाहिए और उन्होंने ऐसा करके भी दिखाया। इस बार भी जो तीसरी आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची आने वाली है उसमें भी कुछ ऐसा ही देखने को मिले तो आचर्य मत कीजियेगा। जिन जिलों के कलेक्टर बदलना है उसमें भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, भिंड कलेक्टर सजीव श्रीवास्तव, वैतूल कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर धार प्रियंक मिश्रा, छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह, मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा, पत्रा कलेक्टर सुरेश कुमार के आलावा मुरैना और अलीराजपुर में भी बदलाव हो सकता है। आईएएस अधिकारी की तीसरी सूची पर इसके पहले दो बार मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव की चर्चा हो चुकी है। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री के पास ‘फाइनल अप्रूवल’ के लिए भेजी गई है। पहले जरूर यह कयास लगाए जा रहे थे कि कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के वाद आइएएस अफसरों की तबादला सची आएगी। लेकिन हमारे सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए है कि कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस से आईएएस अफसरों की सूची का कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए एक बार फिर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव होगा और मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव रिजल्ट देने वाले अफसरों की मैदानी पदस्थापना करेंगे, बस थोड़ा और इंतजार करिए…।
मंत्रालय में भी होगा फेरबदल:
मैदानी पदस्थापना के साथ ही वल्लभ भवन मंत्रालय में भी अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और दो से तीन संभाग के कमिश्नर को बदलने पर मंथन जारी है। क्योंकि मंत्रालय में कई ऐसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है, जिनके पास तीन से चार विभाग की जिम्मेदारी है। ऐसे में ‘मोहन सरकार’ उनके विभाग कम करके दूसरे अन्य अफसरों को प्रभार देने की तैयारी में है। साथ ही दो संभाग के कमिश्नर जिनके रिटायरमेंट को कम समय है, वहा पर दूसरे आईएएस की पदस्थयना करने की जानकारी वल्लभ भवन की पांचवी मंजिल से बाहर आ रही है। बताया जा रहा है कि कुछ वरिष्ठ मंत्री की भी अपने विभाग प्रमुख से पटरी नहीं बैठ पा रही है, जिसकी शिकायत वे कई बार मुख्यमंत्री से कर चुके है। ऐसे में समन्वय बनाकर मंत्रालय में बदलाव किए जाने पर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव कार्यालय में कार्य जारी है।