भोपाल (मध्य स्वर्णिम): भोपाल मेट्रो का कमर्शियल रन की तैयारी अंतिम चरण में हैं। मुंबई से आई कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) टीम गुरुवार को प्राथमिकता कॉरिडोर के सुभाष नगर डिपो, ट्रेनों और रखरखाव सुविधाओं की जांच की। अब टीम स्टेशन का निरीक्षण करने आएंगी। यदि सब कुछ मानकों पर खरा उतरा, तो अक्टूबर में यात्रियों के लिए कमर्शियल की सेवाएं शुरू हो जाएंगी। मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद भोपाल में मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू होना है। इसके लिए अक्टूबर 2025 की समय-सीमा तय की गई है। इसी क्रम में गुरुवार को मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त (सीसीआरएस) जनक कुमार गर्ग के नेतृत्व में सीएमआरएस टीम भोपाल पहुंची। उन्होंने सुबह 9 बजे से शाम चार बजे तक भोपाल मेट्रो के रोलिंग स्टॉक और सुभाष नगर डिपो सुविधाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। साथ ही टीम ने अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेट, अनुरक्षण अवसंरचना और परिचालन प्रणालियों का अवलोकन किया।
स्टेशन के निरीक्षण के लिए आएगी टीम:
सीएमआरएस टीम अब एक बार स्टेशन के निरीक्षण के लिए आएगी। इन दोनों ही रिपोर्टों में सब कुछ मानकों के अनुसार रहता है तो अक्टूबर में भोपाल वासियों के लिए मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू हो जाएगा। भोपाल मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर प्रारंभ होने पर आमजन को एक आधुनिक, सुरक्षित, विश्वसनीय और पर्यावरण अनुकूल शहरी परिवहन सुविधा उपलब्ध कराएगा।
निरीक्षण के ये रहे मुख्य पॉइंट्स:
भोपाल मेट्रो तीन कोच वाली (रोलिंग स्टॉक), जो यात्री सुरक्षा, सुविधा और ऊर्जा दक्षता के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इसमें सीसीटीवी निगरानी, आरामदायक बैठने की व्यवस्था, वातानुकूलित कोच, चार्जिंग पॉइंट और वास्तविक समय यात्री सूचना प्रणाली इत्यादि सुविधाएँ। वहीं, सुभाष नगर डिपो में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी), जिसमें ट्रेन संचालन, विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा प्रणालियों की केंद्रीयकृत निगरानी की जाती है। अनुरक्षण बे, स्टेब्लिंग लाइन, रिपेयर बे इत्यादि। अग्नि पहचान और अग्निशमन सहित सुरक्षा प्रणालियाँ और रोलिंग स्टॉक और तकनीकी प्रणालियों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने हेतु परीक्षण सुविधाएँ।