भोपाल (मध्य स्वर्णिम): भोपाल विकास प्राधिकरण ने अपनी प्रॉपर्टी को बेचने के लिए प्रॉपर्टी महामेला आयोजित किया है। जिसमें अविकसित प्लॉटों की बुकिंग भी शुरू कर दी गई है। आलम यह है कि ग्राहक खेतों में अपनी पसंद के प्लॉट ढूंढते हुए नज़र आए। दरअसल हम बात कर रहे हैं भोपाल विकास प्राधिकरण की सबसे लोकप्रिय आवासीय योजना सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना की, जो बीडीए ने मिसरोद फेस 1 और मिसरोद फेस 2 लांच की है। इस योजना तहत बीडीए ने उन प्लॉटों के विज्ञापन भी जारी कर दिए हैं जिन्हें अभी तक विकसित नहीं किया गया है। महामेला में विजिट करने के बाद जब ग्राहक मौके पर पहुंचते तो उन्हें प्लॉट की जगह पर खेत देखने को मिले।
भविष्य के सपने दिखा रहा बीडीए:
भोपाल विकास प्राधिकरण ग्राहकों को भविष्य के सुनहरे सपने दिखाकर विकसित प्लॉट बेच रहे हैं। बीडीए के अविकसित प्लॉट को देखकर ग्राहक भी मन सिकुड़ने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक मिसरोद फेस 1 और 2 के ए, बी, सी और डी सेक्टर को विकसित होने में करीब 10 से 15 साल और लगेंगे। ऐसे में तत्काल घर सपना देखने रख लोगों के लिए बीडीए का यह महामेला किसी धोखे से कम नहीं है।
13 साल बाद भी नहीं हुआ विकास:
भोपाल विकास प्राधिकरण की सरदार वल्लभ भाई पटेल योजना के तहत मिसरोद फेस 2 को वर्ष 2012 में लांच किया गया था और मिसरोद फेस 1 को वर्ष 2018 में लांच किया गया था। फेस 2 को लांच हुए 13 साल से अधिक हो गए हैं लेकिन आज भी यह क्षेत्र विकास को तरस रहा है। प्लॉटों में गंदगी फैली है। खाली प्लॉटों में 4 से 5 फीट तक पानी भरा हुआ है। सड़कें बहुत सिकुड़ी हैं। सीवेज लाइन चोक होने के साथ पड़ी है। जिसकी वजह से रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं हाल मिसरोद फेस 1 के भी हैं। मिसरोद फेस 1 को लांच किए हुए लगभग 7 साल हो गए लेकिन यहां पर भी बीडीए ने कोई खास विकास कार्य नहीं किए हैं। जिसकी वजह से मकान बनाने में लोगों की ज्यादा रुचि नहीं है।
इनका कहना है:
बीडीए में अभी प्रॉपर्टी महामेला चल रहा है। खाली प्लॉटों की बुकिंग शुरू की है। बुकिंग के साथ ही विकास कार्य भी किए जाएंगे।
श्याम्बिर सिंह, सीईओ, बीडीए