नई दिल्ली (मध्य स्वर्णिम): सीपी राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति होंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने जीत दर्ज की है। इस चुनाव में कुल 767 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतगणना के दौरान 752 वैलिड पाए गए और 15 वोट इनवैलिड करार दिए गए। सीपी राधाकृष्णन को प्रथम वरियता के 452 वोट मिले, जबकि इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को प्रथम वरियता के 300 वोट ही मिले। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को संसद भवन में वोटिंग हुई। वोटिंग प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शुरू हो गई जो शाम पांच बजे तक चली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले सुबह 10 बजे वोट डाला। वोटिंग शुरू होने से पहले सभी एनडीए सांसद सुबह 9.30 बजे ब्रेकफास्ट मीटिंग में हिस्सा लिया। मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच था। देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए आज संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक वोटिंग हुई। कुल 768 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर भारत की संसद में कुल 788 सांसद होते हैं। वर्तमान दोनों सदनों को मिलाकर 7 सीटें रिक्त हैं। इस तरह कुल 781 सांसदों को वोट करना था, जिसमें से 13 वोटिंग में शामिल नहीं हुए। इनमें बीआरएस के 4, बीजेडी के 7, अकाली दल के 1 और 1 निर्दलीय सांसद ने वोट नहीं डाला। एनडीए 427 सांसदों ने वोट किया।
एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में हुई क्रॉस वोटिंग:
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत हुई है। जो नतीजे आए हैं उससे स्पष्ट होता है कि विपक्ष अपने सांसदों को एकजुट रहने में सफल नहीं हो पाया। एनडीए के कुल 427 सांसद थे, अगर मान लिया जाए कि जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के सभी 11 सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाले, तो यह संख्या 438 पहुंचती है। लेकिन सीपी राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले यानी विपक्ष के 14 सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।