भोपाल (मध्य स्वर्णिम): मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिये हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर केवल स्वच्छता और स्वाद की धरती नहीं, बल्कि सुशासन और सेवा की धरती भी है। यहां पर लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने सिखाया कि शासन का सच्चा अर्थ जन- कल्याण, न्याय और संवेदना है। आज जब हम इस खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला जैसी माडर्न लैब का लोकार्पण कर रहे हैं तो यह उसी सुशासन की परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास है जिसके मूल में ‘जनता का स्वाद, जनता का स्वास्थ्य और जनता की सुरक्षा’ सम्मिलित है। शुद्धता और स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी कही जाती है। खाना बहुत अच्छा बना हो लेकिन शुद्धता और स्वच्छता की कसौटी पर खरा न हो तो बीमार कर देता है। इंदौर में संभागीय खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का शुभारंभ प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह केवल एक भवन नहीं, बल्कि खाद्य गुणवत्ता और स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मां अन्नपूर्णा की कृपा से यह प्रयोगशाला स्वाद, सुरक्षा और पोषण का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रग रेगुलेटरी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए हमने इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में नई खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशालाएं बनाने का निर्णय लिया था, आज हम इंदौर में इसका साकार रूप देख रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा क्षेत्र के लसुड़िया मोरी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां नवनिर्मित खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला (फूड एण्ड ड्रग टेस्टिंग लैब) का फीता काटकर शुभारंभ किया।
एक पखवाड़े तक मनेगी बिरसा मुंडा जयंती:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वें जयंती वर्ष के समापन अवसर पर आगामी 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस भव्यता से मनाया जाए। साथ ही एक नवम्बर से 15 नवम्बर तक ग्राम पंचायतों से राजधानी स्तर तक विभिन्न गतिविधियों का संचालन हो। स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में भगवान बिरसा मुंडा के योगदान पर शिक्षण संस्थाओं में गतिविधियां संचालित की जाएं। प्रदेश के विभिन्न अंचलों में सक्रिय रहे जनजातीय नायकों पर केन्द्रित प्रदर्शनियां लगाई जाएं। स्वतंत्रता आंदोलन में जनजातीय समुदाय के योगदान पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध, भाषण, क्विज और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का संचालन हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय गौरव दिवस के संबंध में मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सोमवार को आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन, हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और लोक कलाओं पर केन्द्रित गतिविधियों का भी आयोजन किया जाए। जनजाति बहुल क्षेत्रों में इस अवधि में लगने वाले मेलों में स्वतंत्रता सेनानियों से संबंधित विषय-वस्तु का प्रदर्शन किया जाए। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के समापन अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों में शासकीय कल्याणकारी कार्यक्रमों और विकास गतिविधियों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए भी गतिविधियां हों।




