भोपाल: राजधानी में मेट्रो ट्रेन की सवारी का सपना अभी पूरा नहीं हो पा रहा है। एम्स से सुभाष नगर तक चलने वाली मेट्रो लाइन के संचालन को लेकर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि मेट्रो सेफ्टी रेल कमिश्नर (सीएमआरएस) जनक कुमार गर्ग का अंतिम निरीक्षण कार्यक्रम तय नहीं हो सका है। भोपाल मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि उनकी तकनीकी टीम भोपाल में रहकर परियोजना के हर हिस्से ट्रैक, सिग्नलिंग सिस्टम, स्टेशन बिल्डिंग और सुरक्षा प्रबंधन की जांच कर चुकी है। मेट्रो सेवा शुरू करने से पहले मेट्रो सेफ्टी रेल कमिश्नर (सीएमआरएस) सुरक्षा जांच करने आएंगे। निरीक्षण में सब कुछ मानक के अनुरूप पाया गया तो संचालन की मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद अगले ही दिन प्रदेश सरकार को सूचना दे दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि हमारी तैयारी पूरी है। संचालन की मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश सरकार उदघाटन का समय तय करेंगी।
दो दिन चला तकनीकी मूल्यांकन: मुख्य निरीक्षण से पहले सीएमआरएस की तीन सदस्यीय तकनीकी टीम ने एम्स से सुभाष नगर तक के पूरे रूट की बारीकी से समीक्षा की। दो दिन चले इस परीक्षण में बिजली व्यवस्था, ट्रैक फिटिंग, स्टेशन की संरचना, सुरक्षा उपकरण और संचालन प्रणाली की गहन जांच की गई। साथ ही परियोजना से जुड़ी सभी एजेंसियों से विस्तृत रिपोर्ट भी ली गई। यह निरीक्षण भोपाल मेट्रो के लिए अब तक का दूसरा बड़ा तकनीकी मूल्यांकन माना जा रहा है। भोपाल मेट्रो का पहला ट्रायल रन अक्टूबर 2023 में सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक हुआ था। बाद में इसे एम्स स्टेशन तक बढ़ाया गया।




