भोपाल: मध्य प्रदेश में रविवार को बेमौसम बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे बाढ़ और अन्य परेशानियों का खतरा बढ़ गया। यह बारिश बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने गहरे दबाव के क्षेत्रों के कारण हुई, जो चक्रवाती तूफान ‘Montha’ में बदल सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के भोपाल और नर्मदापुरम संभागों में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। वहीं, इंदौर, जबलपुर, सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई। भैंसदेही में 71 मिमी, पाटी में 42 मिमी, भीमपुर में 41 मिमी, चिचोली में 38 मिमी और खरगोन में 35.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। अगर मालवा में 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जबकि शाजापुर, सागर, सीहोर और उज्जैन में भी तेज हवाएं चलीं। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर और कई अन्य जिलों में गरज- चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी हुई। बैतूल में तो मूसलाधार बारिश हुई। इस बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई। नर्मदापुरम में अधिकतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि इंदौर, जबलपुर और शाहडोल में भी तापमान में काफी कमी आई। कई जगहों पर तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया। न्यूनतम तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं आया, लेकिन शाहडोल में यह सामान्य से 8.3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। खंडवा में सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस और शेओपुर में 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।




