ग्वालियर, सागर और मंडीदीप सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल

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ग्वालियर: प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला लाल टिपारा में गोवर्धन उत्सव पर विशेष पूजा की गई। लगभग 108 टन गोबर से 21 फीट से ज्यादा के गोवर्धन बनाए गए। यह गोवर्धन शहर के गौ भक्तों ने गौशाला में बनाए। शहर के हजारों लोग गोवर्धन की पूजा करने के लिए लाल टिपारा गौशाला पहुंचे। लाल टिपारा गौशाला में लगभग 10 हजार से ज्यादा गोवंश मौजूद हैं। यहां पर गोवर्धन पूजा पर विशेष तैयारी की गई थी। इसमें मेरठ के कारीगरों द्वारा 108 टन गाय के गोबर से विशाल गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई गई। सबसे खास बात गोवर्धन महोत्सव पर गौ माता की विशेष पूजा-अर्चना की गई और उनके लिए 56 भोग भी तैयार किया गया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद भारत सिंह कुशवाहा और कलेक्टर रुचिका चौहान ने भी गौशाला पहुंचकर पूजा की।

बच्चों और बुजुर्गों को घर में ही रखें:

पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. प्रराग शर्मा का कहना है कि हवा में मौजूद PM2.5 और PM10 जैसे महीन कण सीधे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, हृदय रोग और अन्य सांस संबंधी समस्याओं से पीडि़त लोगों के लिए जानलेवा हो सकती है। बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचाएं।