भोपाल: शहर के पिपलानी थाना इलाके में डीएसपी के इंजीनियर साले की पुलिसकर्मियों की मारपीट से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक इंजीनियर छात्र अपनी कार में बैठकर शराब पी रहा था, तभी पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया था। परिजनों का आरोप है कि उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, और पीएम रिर्पोट आने पर की मौत का कारण साफ हो सकेगा जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। मृतक के जीजा बालाघाट जिले में डीएसपी पद पर पदस्थ हैं। मिली जानकारी के अनुसार पिपलानी निवासी उदित पुत्र राजकुमार गायकी ने वीआईटी आष्टा से बीटेक की पढ़ाई की थी। उसके पिता उदित ने उदित के पिता राजकुमार गायकी, एमसीबी सूखी सेवनिया में इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। और मां टीचर हैं। उसके बहनोई डीएसपी हैं, और फिलहाल बालाघाट में पदस्थ हैं। बताया गया है कि उदित पिछले तीन महीनों से नौकरी की तलाश कर रहा था, जिसके चलते वह बेंगलुरु में रह रहा था। तीन दिन पहले ही वह भोपाल अपने कॉलेज के कुछ दस्तावेज लेने आया था। घटना के समय उदित के साथ मौजूद उसके दोस्त का कहना है कि उदित सहित हम छह दोस्त रात के समय इंद्रपुरी में मिलकर पार्टी कर रहे थे। बाद में रात करीब डेढ़ बजे अक्षत नामक दोस्त उदित को छोड़ने जा रहा था। जैसे ही वह कार में बैठै तभी एक पुलिसकर्मी आ गया। इससे उदित घबरा गया और अंधेरी गली की तरफ भागा। दो पुलिसवाले उसके पीछे दौड़े और उसे पकड़ लिया। थोड़ी ही देर में वहां से मारपीट की आवाजें आने लगीं। जब दोस्तो ने जाकर देखा तो उदित की शर्ट निकली हुई थी, और उसके शरीर पर मारपीट के कई निशान थे, खासकर सिर पर। उसके दोस्त पुलिसवालों से बात करने की कोशिश कर रहे थे, तब एक दोस्त ने उदित को कार में बिठाया। कार में बैठे उदित ने कहा की एसी चला दे और पानी दे दे। चौकी जाने के दौरान रास्ते में उसे दो-तीन उल्टियां हुई। चौकी पहुंचने पर दोस्तो ने पुलिसवालो को सारी बात बताई। इस दौरान एक दोस्त ने उदित का हाथ पकड़ा तो उसका हाथ बेजान नजर आया और लटक गया। उसे तुरंत पास के अस्पताल लेकर पहुंचें जहाँ डॉक्टरों ने कहा कि उदित के बचने के चांस बेहद कम है, उसे फौरन ही एम्स ले जाओ। एम्स ले जाने पर डॉक्टरों ने शुरुआती चेकअप के बाद ही उसे मृत घोषित कर दिया।
दोनो पुलिसकर्मी संस्पेंड:
छात्र की मौत के मामले में अधिकारियो का कहना है, दो आरक्षकों संतोष बामनिया और सौरभ आर्य को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि अफसरो का यह भी कहना है की युवक को थाने नहीं लाया गया था, आंशका है की युवक को घबराहट के चलते अटैक आया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। पांच डॉक्टर की पैनल ने पोस्टमॉर्टम कर रही है। पीएम की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। पुलिस परिजनो सहित उसके दोस्तो के बयान दर्ज कर रही हैं। वहीं मामले की जांच सीएसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। जाँच के आधार पर हत्या का केस दर्ज किया जा सकता है। घटना के बाद एम्स अस्पताल में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर किया गया था। पिपलानी थाने में भी अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई।
घटना का सीसीटीवी हुआ वायरल:
घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी उदित को पकड़कर खड़ा है, और दूसरा उसे डंडे से मार रहा है। आरोप है, कि डंडे के वार से ही छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके कारण बाद में उसकी मौत हो गई। सीसीटीवी में दो अन्य लोग भी एक वाहन पर दिखाई दे रहे हैं।