नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ लगी सीमा पर तीनों सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास त्रिशूल का आगाज हो गया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला मौका है जब भारत किसी चुनौती से निपटने के लिए युद्ध के सभी संभावित क्षेत्रों में अपने युद्धकौशल का परीक्षण कर रहा है। यह अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है और 10 नवंबर तक चलेगा। भारत के इस युद्धाभ्यास को देखते हुए पाकिस्तान की सतर्कता अचानक बढ़ गई है। महज पांच दिनों में दूसरा NOTAM पाकिस्तान ने जारी किया है। यह उसके घबराहट को साफ दिखा रहा है। नया NOTAM 1 नवंबर से 30 नवंबर तक प्रभावी रहेगा और इसमें पाकिस्तान के दक्षिणी व तटीय इलाकों के बड़े हिस्से को हवाई गतिविधियों से बंद किया गया है। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक भारत के कदम को देखते हुए पाकिस्तान अरब सागर में अपनी नौसेना के साथ गोला-बारूद से होने वाले अभ्यास और मिसाइल परीक्षण की तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि ये अभ्यास कराची के पास सोनमियानी रेंज में किए जा सकते हैं। इधर भारत के इस बड़े युद्धाभ्यास से रावलपिंडी में चिंता बढ़ गई है कि भारत कहीं सटीक हमले (प्रेसिजन स्ट्राइक) न कर दे, खासकर पाकिस्तान के दक्षिणी हवाई अड्डों और सर क्रीक के पास मौजूद नौसैनिक ठिकानों पर। वहीं भारत के युद्धाभ्यास से बौखलाए पाकिस्तान के मंत्री बयानबाजी पर उतर आए हैं। भारत के आक्रामक रुख से पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सख्त तेवर और तीनों सेनाओं के साझा युद्धाभ्यास त्रिशूल 2025 ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को पूरी तरह झकझोर कर रख दिया है।




