पांच दिवसीय दीपोत्सव के तीसरे दिन आज दीपावली का प्रमुख दिन है। हर साल कार्तिक अमावस्या पर दीपावली का त्योहार मनाने की परंपरा है, इस साल दीपावली का शुभ पर्व सोमवार को मनाया जाएगा कहते हैं कि दीपावली की रात मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों को धनधान्य, सुख. संपन्नति का वरदान देती हैं, इसलिए दिवाली की रात लोग मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा- अर्चना करते हैं। ज्योतिषविदों का कहना है कि इस साल दिवाली का त्योहार बेहद खास रहने वाला है, दिवाली पर करीब 100 साल बाद महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण होने जा रहा है। इस कारण सिद्ध महालक्ष्मी राजयोग बन रहा है। ज्योतिर्विद के अनुसार कार्तिक कृष्णपक्ष की अमावस्या 20 से अक्टूबर की दोपहर 2.57 बजे लग जाएगी। शाम 7.10 से रात 9.06 बजे तक वृष की स्थिर लग्न रहेगी। हस्त नक्षत्र का संचरण अत्यंत उत्तम है। इसमें पूजन करने से धन- धान्य की प्राप्ति होगी। इस समय मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेर का पूजन होगा। घर में श्रीयंत्र या कनकधरा यंत्र स्थापित करना चाहिए। मां लक्ष्मी को पीला भोग लगाना चाहिए और पीले पुष्प अर्पित करने चाहिए। वही लोगों ने घरों की साफ-सफाई से लेकर पुताई कर पूजन की सभी तैयारियों के साथ लोगों को अब शुभ मुहूर्त का इंतजार है। धनतेरस के दिन से ही शहर जगमगा रहा है। हर धर पर रंगीन रोशनी की गई है। फटाकों की आवाज से रातें गूंज रही हैं। आज पूजन के बाद जमकर आतिशबाजी की जाएगी। इससे पहले बुधवार को शहर के बाजारों में खूब चहल-पहल रही। बाकी रही खरीदी के साथ पूजन सामग्री और सजावट सामग्री की खरीदी के लिए लोग घरों से निकले। पूरा शहर दीपावली के उत्सव में शामिल होने के लिए तैयार है।