भोपाल: राजधानी भोपाल में दीपावली पर बाजारों में एक खास प्रकार का खतरनाक पटाखा तेजी से बिक रहा है, जिससे गंभीर हादसे हो रहे हैं। भोपाल के कई प्रमुख अस्पतालों में अब तक ऐसे दो-तीन मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिनकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा चुकी है। बीएमएचआरसी (भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) ने इस पटाखे को लेकर आमजन को सतर्क करते हुए जनहित में एडवाइजरी जारी की है। वहीं एम्स भोपाल के नेत्र विज्ञान, त्वचा, प्लास्टिक सर्जरी और कार्डियक विशेषज्ञों की टीम ने दीपावली के लिए व्यापक सुरक्षा निर्देश जारी किए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस पटाखे के अंदर कार्बाइड भरा होता है। जब इसमें पानी डाला जाता है, तो गैस बनती है और निचली सतह पर मौजूद लाइटर के जरिए उसे जलाया जाता है। गैस का दबाव बढ़ने पर यह तेज विस्फोट करता है। समस्या तब होती है जब पटाखा तुरंत न फटे – लोग यह देखने के लिए आगे झुकते हैं कि क्या हुआ, और उसी पल तेज धमाके के साथ यह पटाखा फटता है, जिससे आंखों में सीधे चोट लगती है। बीएमएचआरसी भोपाल की नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. हेमलता यादव ने बताया कि इस प्रकार के धमाके से आंखों की काली पुतली (आईरिस) और स्टेम सेल्स को गंभीर नुकसान पहुंचता है, जिससे कॉर्निया पूरी तरह खराब हो सकता है। इतना ही नहीं, इस धमाके से आंखों की ऑप्टिक नर्व (Optic Neuropathy) और रेटिना (पर्दै) पर सूजन भी हो सकती है, जिससे स्थायी रूप से दृष्टि चली जाना संभव है। हमारे पास ऐसे कई मामले आ चुके हैं जहां केवल एक पटाखे ने किसी की आंखों की रोशनी छीन ली।