बिहार में अपार क्षमता, एनडीए ही कर सकता है विकास: मुख्यमंत्री

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भोपाल: बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को बांका, भागलपुर और मधेपुरा जिलों में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि बिहार में आगे बढ़ने की अपार क्षमता है, परंतु विकास का काम केवल एनडीए ही कर सकता है। डॉ. यादव ने जनता से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व मंच पर सम्मान पा रहा है और अब बिहार को भी उसी राह पर आगे बढ़ाना है। उन्होंने बांका जिले की कटोरिया, भागलपुर जिले की नाथनगर और मधेपुरा की आलमनगर विधानसभा में जनसभाएं कीं। डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार किसानों को सम्मान निधि देकर सम्मानित किया। आज बिहार के 74 लाख किसान इससे लाभान्वित हो रहे हैं। बहनों को भी 10-10 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। यह वही मोदी हैं जिन्होंने गरीब, किसान, बहन और युवाओं के जीवन में नई ऊर्जा भरी है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेताओं ने कभी किसानों, गरीबों और आस्थाओं का सम्मान नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए, कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा कि पता नहीं राम कहां पैदा हुए। अब वही लोग किस मुंह से चुनाव लड़ रहे हैं? उन्होंने कहा कि माता सीता का जन्म बिहार की पावन भूमि पर हुआ और प्रधानमंत्री मोदी इस स्थान को भी भव्य तीर्थस्थल के रूप में विकसित करा रहे हैं। डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के साथ-साथ बिहार ने भी नया अध्याय शुरू किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने 2005 के बाद नई दिशा पाई। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार ने सांस्कृतिक राष्टवाद को पुनर्जीवित किया है। उज्जैन में महाकाल लोक, काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर जैसे तीर्थस्थलों ने विश्वभर में भारत की पहचान मजबूत की है। मुख्यमंत्री ने बिहार की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नमन करते हुए कहा कि यह भूमि भगवान बुद्ध, महावीर स्वामी और सूर्य मंदिर की पवित्र धरा है। छठ पूजा ने दिखाया है कि बिहार की माताएं और बहनें भारतीय संस्कृति की आधारशिला हैं।

मध्यप्रदेश ने निर्यात क्षेत्र में रचा नया इतिहास:
मध्यप्रदेश ने निर्यात क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करते हुए अब तक का सर्वोच्च निर्यात 66,218 करोड़ रु. दर्ज किया है। Federation of Indian Export Organisations (FIEO) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश का मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट 66,218 करोड़ रु. और आईटी कंपनियों का निर्यात 4,038 करोड़ रु. रहा। निरंतर औद्योगिक विकास और आर्थिक सशक्तिकरण के परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय निर्यात रैंकिंग 15वें से बढ़कर 11वें स्थान पर पहुंची है। यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि प्रदेश के अनेक निर्यातक अपने उत्पादों का निर्यात गुजरात और महाराष्ट्र के बंदरगाहों के माध्यम से करते हैं, जिससे उनके आँकड़े प्राय: अन्य राज्यों के खाते में दर्ज हो जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजदगी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा हाल ही में मध्यप्रदेश एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी का शुभारंभ किया। इस नीति के तहत निर्यातकों को प्रोत्साहन, वित्तीय सहायता और विभिन्न सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं, जिससे प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुँचाने में नई गति मिली है। प्रदेश सरकार और मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) द्वारा निर्यात वृद्धि के उद्देश्य से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP)एवं एक्सपोर्ट प्रमोशन विषयक कार्यशालाएँ और प्रदर्शनियाँ निरंतर आयोजित की जा रही हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य प्रदेश के कारीगरों, किसानों, उद्यमियों और MSME इकाइयों को अंतरराष्ट्रीय मानकों, निर्यात प्रक्रियाओं और वैश्विक अवसरों से जोडऩा है।